अधिगम की परिभाषा
1-ब्लेयर ,जोन्स और सिम्पसन के अनुसार-- व्यवहार में कोई परिवर्तन जो अनुभवो का परिणाम है और जिसके फलस्वरूप
व्यक्ति आने वाली परिस्थितियों का अनेक प्रकार से सामना करता हो अधिगम कहलाता है।
2-गेट्स के अनुसार-- अधिगम, अनुभव और प्रशिक्षण के परिणामस्वरूप व्यवहार में परिवर्तन है।
3-वुडवर्थ के अनुसार -- नवीन ज्ञान और नवीन प्रतिक्रियाओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया अधिगम की प्रक्रिया है।
4- गेने के अनुसार-- अधिगम मानव प्रवित्तियों , योग्यताओं अथवा क्षमताओ में लाया गया परिवर्तन है।
5-स्किनर के अनुसार-- अधिगम आदतों ,ज्ञान और अभिवृत्तियों का अर्जन है।
अधिगम और परिपक्वता
परिपक्वता और अधिगम की क्रिया में घनिष्ठ संबंध है। सीखने के शारीरिक उपकरणों जैसे केंद्रीय स्नायु मंडल ज्ञानेंद्रियां हाथ पैर मस्तिष्क आदि की सहायता से हम सीखते हैं। जैसे-जैसे बालक का शरीर परिपक्व होता है वह अंतर्निहित शक्तियों का प्रयोग करने लगता है और उसके व्यवहार में परिवर्तन होता रहता है इस परिवर्तन के लिए शारीरिक मांस पेशी तथा मस्तिष्क परिपक्वता की आवश्यकता होती है इसी अधिगम और परिपक्वता के संबंध को सिद्ध करने हेतु डेनिश महोदय ने दो जुड़वा बालकों पर एक प्रयोग किया एक बालक को उसने 5 माह बाद ही सीढ़ियों पर चढ़ने का प्रशिक्षण दिया और दूसरी ओर दूसरे बालक को किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं दिया 1 साल के बाद जब देखा गया तो दोनों बालक सीढ़ियों पर चढ़ने की क्षमता में एक समान पाए गए अतः यह स्पष्ट हो गया कि किसी भी कार्य के अधिगम के लिए शारीरिक और मानसिक परिपक्वता दोनों आवश्यक है अतः बालक को जबरदस्ती लिखना पढ़ना गणित या किसी भी विषय का ज्ञान हानिकारक होता है परिपक्वता और अधिगम दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर आश्रित हैं।
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